शौर्य क्या है ?
थरथराती इस धरती को रौंदती फौजियों की एक पलटन का शोर
या सहमे से आसमान को चीरता हुआ बंदूकों की सलामी का शोर
शौर्य क्या है ?
हरी वर्दी पर चमकते हुए चंद पीतल के सितारे ?
या सरहद का नाम देकर अनदेखी कुछ लकीरों की नुमाइश ?
शौर्य क्या है ?
दूर उड़ते खामोश परिंदे को गोलियों से भून देने का एहसास ?
या शोलों की बरसात से पलभर में एक शहर को शमशान बना देने का एहसास ?
शौर्य , बहती ब्यास में किसी के गर्म खून का हौले से सुर्ख हो जाना या अनजानी किसी जन्नत की फिराक में पल पल का दोसख बनते जाना
बारूदों से धुन्धलाये इस आसमान में , शौर्य क्या है ?
वादियों में गूंजते किसी गाँव के मातम में , शौर्य क्या है ?
शौर्य , शायद एक हौसला , शायद एक हिम्मत , हमारे बहुत अंदर मजहब के बनाये दायरे को तोड़कर किसी का हाथ थाम लेने की हिम्मत
गोलियों के बेतहाशा शोर को अपनी ख़ामोशी से चुनौती दे पाने की हिम्मत
मरती मारती इस दुनिया में , निहत्थे डटे रहने की हिम्मत
शौर्य , आनेवाले कल की खातिर अपने हिस्से की कायनात को आज बचा लेने की हिम्मत
शौर्य क्या है ?
शौर्य एक हौसला, एक हिम्मत , सच को जीने का ........
शौर्य क्या है ?
Reviewed by Shwetabh
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2:49:00 PM
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