Memories

The places where moments reside

गोलगप्पा


This was written one night just after I had the hunger pangs and dreams of having a Golgappa at 3 in the night (or morning) as you deem fit. Basically its the hunger that made me write this and nothing else so dont know whether it matches your expectations or not. 

Enjoy :)


यह है जी गोलगप्पा 

गोल गोल सा, बीच में है एक होल होल सा 

यह है जी गोलगप्पा 

आटे का हो या हो सूजी का 

कोई चाट इसके बगैर नहीं पूरी 

बच्चे बूढ़े सबकी पसंद 

चटोरपने वालों की यह पसंद नंबर 1 

सबको एक लाइन में ले आता 

अच्छे से अच्छा भी इसके लिये दोना ले हाथ फैलाता 

दुनिया में किसी की नहीं सुनेंगे, अपनी मर्जी की चाहे करेंगे 

मगर इसके लिये चाट वाले भैया जी के आगे चाहे कित्ति देर चुपचाप खड़े रहेंगे 

यह है जी गोलगप्पा 

पानी में डूबा इसका संसार 

बोलो पानी कैसा ? तीखा, मीठा या दही सोठ में ही डूबा 

जो कहोगे वही बनेगा 

दौड़ है यह भी 

अगला आने से पहले करना है पिछला खत्म 

बड़ा धीरे खाता है वरना होगा लोगों का भ्रम 

घर पे चाहे कितना भी हो मुँह बड़ा 

इसके लिये रहता हर किसी का छोटा 

तोड़ना मना है, इसको तो जी एक साथ ही गपकना है 

मुँह में ठूंसा है, चल कुछ पल के लिये ही सही मगर बीवी का मुँह बंद कराने का बढ़िया तरीका है 

यह है जी गोलगप्पा 

अच्छे अच्छे भी गिनती भूल जाते हैं 

तब याद आता है जब चाट वाला कहता भैया एक प्लेट हो गयी, और लगाऊं ? 

चटोरी ज़ुबान को कैसे मना कर पाते ? हम भी उसकी हाँ में हाँ मिलाते 

हो गया बस ? ना जी ना 

अभी तो पानी भी पीना है खट्टे वाला दोना भर के 

सी सी करते करते गटक गये तीखा पानी 

भले ही घर जाकर याद आये नानी 

यह है जी गोलगप्पा 

चलो टहल कर आते हैं तो एक बहाना है 

चाट की दुकान दिखनी है और हमें भी लाइन में लग जाना है 

क्यूंकि..... 

यह है जी गोलगप्पा



गोलगप्पा गोलगप्पा Reviewed by Shwetabh on 10:08:00 AM Rating: 5

3 comments:

  1. gol gappe used to be a regular food after work in the operation theatre back when I was in Pune. I truly miss it after coming back to Kerala... the crowds of people waiting for their turn for the next piece; the decision whether to ask for another plate as the first plate comes to an end :)

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  2. Bhai ghar mein sab ko padhaya aur unko tumhare khayali golgappe kha kar bahut mazah aaya... sabki jeeb lap lapane lagi... ab yeh batao ke asli gogappe kab khila rahe ho?

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  3. Yeh padkar muje to aaj hi jakar khane padenge golgappe

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