When we respect and look at the armed forces of India for their discipline, why don’t we understand what they go through to defend the coutry?
Origins of this ad are from the Indian Army.. It certainly deserves 12 mins of your time and understanding …
It goes-
I am an officer in the Indian Army
I am a son to 2 mothers , One bore me but the other…my country.. she made me, she made me the man I am… and everytime she calls, I shall hear and I shall heed .. for she sings to me in my hour of need
तू ही सबकुछ , तू ही जान मेरी
तेरे हाथों कि लकीरों में तकदीर मेरी
तू जो हारे, है हार मेरी
उठे सर भी मेरा जो हो जीत तेरी
तू न चलेगा अकेला कभी कि संग चलेगी मेरी दुआ
तू न थकेगा कभी कि ताकत तुझमें लाखों की है
तू चलता चल, तू चलता चल, तू बढ़ता चल......
तू बढ़ता चल, तू बढ़ता चल, तू बढ़ता चल....
तू लड़ता चल, तू लड़ता चल , तू लड़ता चल...
तू चलता चल, तू चलता चल, तू चलता चल......
तुझे जन्मा था जिस दिन मैंने, एक फूल सा था सीने में मेरे
महफूज़ है तू मेरे हाथों में
तेरे पहरे में आँगन मेरा पनपे
तू न चलेगा अकेला कभी कि संग चलेगी मेरी दुआ
तू न थकेगा कभी कि ताकत तुझमें लाखों की है
तू चलता चल, तू चलता चल, तू बढ़ता चल......
तू बढ़ता चल, तू बढ़ता चल, तू बढ़ता चल....
तू लड़ता चल, तू लड़ता चल , तू लड़ता चल...
तू चलता चल, तू चलता चल, तू चलता चल......
The visuals speak for themselves..........
Captivating:When the country calls. #IndianArmy
Reviewed by Shwetabh
on
4:54:00 PM
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